दिल्ली धमाके से पहले तीन राज्यों में हुई थी संदिग्धों की गिरफ्तारी
दिल्ली के लाल किला इलाके में हुए विस्फोट के बाद पुलिस जांच में जुटी है। इस घटना में 9 लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने गुजरात, जम्मू-कश्मीर और उत्तर प्रदेश से तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं। आशंका जताई जा रही है कि इन गिरफ्तारियों का दिल्ली विस्फोट से कोई संबंध हो सकता है, जिसकी जांच जारी है।
दिल्ली में लालकिला के पास विस्फोट के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसी जांच में जुटी है। वहीं आज यानी मंगलवार को विस्फोट की एफएसएल जांच भी की जाएगी। इस हादसे में कम से कम 9 लोगों की मौत हुई है।
गौरतलब है कि लाल किला धमाके से पहले बीते दिनों तीन संदिग्धों को अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किया गया है। इसमें गुजरात के एक डॉक्टर को तीन पिस्तौल और संभावित जैविक हथियार बनाने के संसाधनों के साथ गिरफ्तार किया गया।
वहीं जम्मू-कश्मीर के एक अन्य व्यक्ति को हरियाणा के फरीदाबाद में 2,900 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और दो असॉल्ट राइफलों के साथ गिरफ्तार किया गया। वहीं एक और एक तीसरे व्यक्ति को उत्तर प्रदेश में पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद की तारीफ में पोस्टर लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
ये तीनों गिरफ्तारियां रविवार और सोमवार सुबह को हुई। आशंका जताई जा रही है कि दिल्ली कार विस्फोट में इन लोगों का कनेक्शन हो सकता है।
कैसे हुआ विस्फोट?
दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट 1 पर सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल पर सोमवार शाम को हरियाणा नंबर प्लेट वाली एक हुंडई i20 कार HR26 CE 7674 में विस्फोट हो गया। इस विस्फोट के बाद कई गाड़ियों में आग लग गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। विस्फोट में 9 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद बीते दिनों हुए तीन गिरफ्तारियों को इससे जोड़कर देखा जा रहा है।
क्या आतंकवादियों की गिरफ्तारी और लाल किला कार विस्फोट के बीच कोई संबंध था?
दरअसल दिल्ली पुलिस, एनआईए और एनएसजी की ओर से इस घटना को लेकर बहुत सीमित जानकारी दी गई है। रविवार और सोमवार की गई गिरफ्तारी को लेकर आशंका जताई जा रही है कि क्या ये लोग दिल्ली विस्फोट से जुड़े थे? हालांकि पुलिस की ओर से इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
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कौन थे गिरफ्तार होने वाले लोग?
डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद
गुजरात पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने रविवार को राज्य की राजधानी गांधीनगर के पास अदलाज कस्बे से डॉ. अहमद मोहियुद्दीन सैयद को गिरफ्तार किया। सैयद के पास से तीन पिस्तौलें, दो ऑस्ट्रियाई निर्मित ग्लॉक पिस्तौलें और एक इतालवी निर्मित बेरेटा, साथ ही इन हथियारों के लिए गोला-बारूद भी बरामद हुआ।
पुलिस ने चार लीटर अरंडी का तेल भी बरामद किया, जो एक व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला और आसानी से उपलब्ध उत्पाद है और जिसका उपयोग राइसिन बनाने के लिए भी किया जा सकता है। यह एक अत्यधिक विषैला पदार्थ है जो शरीर की कोशिकाओं में प्रवेश करके और आवश्यक प्रोटीन के उत्पादन को रोक देता है। ये जानलेवा होता है। इससे सेल डेड हो जाते हैं और ऑर्गन फेल्यर होता है।
डॉ. मुजम्मिल शकील
इस बीच, लगभग उसी समय, जम्मू और कश्मीर की पुलिस हरियाणा के फरीदाबाद में डॉ. मुजम्मिल शकील से जुड़ी दो आवासीय इमारतों पर छापामारी कर रही थी और वहां से भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया। ये विस्फोटक लगभग 3,000 किलोग्राम थे।
इसमें 350 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, डेटोनेटर, असॉल्ट राइफलें और गोला-बारूद शामिल थे। फरीदाबाद के अल-फलाह अस्पताल में काम करने वाले शकील इस ऑपरेशन में गिरफ्तार होने वाले जम्मू-कश्मीर के दूसरे डॉक्टर थे।
डॉ. आदिल अहमद राठेर
कुछ घंटे पहले ही उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से डॉ. आदिल अहमद राठेर को गिरफ्तार किया गया था। सीसीटीवी फुटेज में उनकी पहचान उन दो लोगों में से एक के रूप में हुई थी। इसने जम्मू-कश्मीर के नौगाम में प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद की तारीफ में पोस्टर लगाए थे।
इसके बाद में एक तीसरे डॉक्टर शाहीन शाहिद को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि शाहिद ने शकील को अपनी कार, मारुति सुजुकी स्विफ्ट में एक असॉल्ट राइफल और कुछ गोला-बारूद रखने दी थी।

