इस साल फिट रहने के लिए लोगों ने अपनाए 8 अनोखे तरीके
साल 2025 अब अपने आखिरी पड़ाव पर है। अगर हम पीछे मुड़कर देखें, तो यह साल सिर्फ जिम जाने या डाइटिंग करने का नहीं रहा, बल्कि फिटनेस को एक बिल्कुल नए नजरिए से देखने का रहा। इस साल लोगों ने ‘सिक्स पैक एब्स’ से ज्यादा अपनी मेंटल हेल्थ और एनर्जी लेवल पर ध्यान दिया।
सोशल मीडिया से लेकर गलियों तक, फिटनेस के कुछ ऐसे ट्रेंड्स छाए रहे जिन्होंने वर्कआउट के पुराने तरीकों को पूरी तरह बदल दिया। आइए जानते हैं साल 2025 के वो 8 अनोखे फिटनेस ट्रेंड्स (Top Fitness Trends), जिन्होंने लाखों लोगों के लिए फिटनेस की राह को आसान बनाया।
75 हार्ड चैलेंज
इस साल ’75 Hard Challenge’ ने इंटरनेट पर धूम मचा दी। यह कोई आम वर्कआउट प्लान नहीं था, बल्कि एक ‘मेंटल टफनेस’ टेस्ट था। लोगों ने लगातार 75 दिनों तक बिना किसी ‘चीट डे’ के सख्त नियमों का पालन किया। इसमें रोजाना दो बार वर्कआउट करना, ढेर सारा पानी पीना और एक अच्छी किताब पढ़ना शामिल था। इसने साबित कर दिया कि असली फिटनेस दिमाग से शुरू होती है।
AI फिटनेस कोच
2025 में फिटनेस और टेक्नोलॉजी का गजब का संगम देखने को मिला। अब लोगों को महंगे जिम कोच की जरूरत नहीं रही, क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने उनकी जगह ले ली। मोबाइल ऐप्स में मौजूद AI कोच आपके शरीर की बनावट और जरूरतों के हिसाब से हर दिन का अलग वर्कआउट प्लान तैयार करने लगे। इसने फिटनेस को बहुत आसान और व्यक्तिगत बना दिया।
स्मार्ट रिंग्स का जलवा
घड़ियों के बाद इस साल ‘स्मार्ट रिंग्स’ का फैशन सिर चढ़कर बोला। यह छोटी सी अंगूठी न सिर्फ आपके कदम गिनती है, बल्कि आपकी नींद की क्वालिटी, हार्ट रेट और यहां तक कि आपके स्ट्रेस लेवल का भी सटीक हिसाब रखती है। लोगों को यह तरीका बहुत पसंद आया क्योंकि यह भारी स्मार्टवॉच के मुकाबले ज्यादा आरामदायक और स्टाइलिश है।
हाइब्रिड ट्रेनिंग
अब लोग सिर्फ एक ही तरह की एक्सरसाइज करके बोर नहीं होना चाहते थे। 2025 में ‘हाइब्रिड ट्रेनिंग’ का क्रेज बढ़ा, जहां लोग स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के साथ योग या साइकलिंग को मिला रहे थे। जैसे सुबह जिम में पसीना बहाना और शाम को शांत मन से योगा करना। इससे शरीर को ताकत भी मिली और लचीलापन भी।
कोर्टिसोल-कॉन्शियस वर्कआउट
इस साल ‘कोर्टिसोल’ शब्द बहुत चर्चा में रहा। लोगों ने महसूस किया कि बहुत ज्यादा भारी वर्कआउट करने से कभी-कभी तनाव बढ़ जाता है। इसलिए, ‘लो-इंटेंसिटी’ वर्कआउट जैसे लंबी पैदल सैर और पिलाटेस का चलन बढ़ा। इसका मकसद शरीर को थकाना नहीं, बल्कि उसे रिचार्ज करना था।
वर्चुअल रियलिटी फिटनेस
क्या आपने कभी सोचा था कि आप वीडियो गेम खेलते-खेलते अपना वजन घटा लेंगे? वर्चुअल रियलिटी वर्कआउट ने इसे सच कर दिखाया। 2025 में युवाओं के बीच वीआर हेडसेट पहनकर बॉक्सिंग करना या डांस करना बहुत पॉपुलर हुआ। यह उन लोगों के लिए वरदान साबित हुआ जिन्हें जिम जाना बोझ लगता था।
सोशल वॉकिंग और 10K स्टेप्स रीबूट
अकेले दौड़ने के बजाय, इस साल लोगों ने ग्रुप्स में पैदल चलना ज्यादा पसंद किया। शहरों में ‘वॉकिंग क्लब’ बने, जहां लोग सुबह-सुबह मिलकर 10,000 कदम पूरे करते थे। यह फिटनेस के साथ-साथ लोगों से मिलने-जुलने का एक बेहतरीन जरिया बन गया।
रिकवरी पर जोर
2025 में फिटनेस का मतलब सिर्फ पसीना बहाना ही नहीं, बल्कि शरीर को आराम देना भी रहा। कोल्ड प्लंज और सौना बाथ जैसे रिकवरी के तरीके अब केवल एथलीटों तक सीमित नहीं रहे। आम लोगों ने भी मांसपेशियों के दर्द को दूर करने और मानसिक मजबूती के लिए इन्हें अपनाया।
साल 2025 ने हमें सिखाया कि फिट रहने का मतलब सिर्फ जिम की मशीनें नहीं हैं। असली फिटनेस वही है जो आपको अंदर से खुश और ऊर्जावान महसूस कराए। चाहे वह तकनीक का सहारा हो या पुरानी पैदल चलने की आदत, मकसद सिर्फ एक ही था- एक बेहतर और स्वस्थ जीवन।



